एसआईपी में देरी रिटर्न को कर देता हैं कम यहां समझे पूरा गणित।

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SIP


SIP Calculator: सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी (SIP) म्युचूअल फंड्स (Mutual funds) में निवेश करने का एक तरीका है. यह आपके गोल को पूरा करने में मददगार होता है. इसमें आप शानदार रिटर्न भी हासिल कर सकते हैं. एसआईपी के जरिये आप हर महीने एक तय रकम निवेश करते हैं. जानकारों की मानें तो किसी भी इंसान को निवेश की शुरुआत जल्दी कर देनी चाहिए, इससे फ्यूचर में मिलने वाला रिटर्न प्रभावित नहीं होता है. आप जितनी देरी (delay in SIP can impact return) करते हैं, उसका रिटर्न पर उतना असर होता है.


ऐसे गोल को पूरा करने में मददगार है SIP

जीवन में आप कुछ पाने की हसरत रखते हैं. एक समय में आप घर खरीदना चाहते हैं. एक समय में आप गाड़ी खरीदना चाहते हैं और कभी आप एक समय में एक मोटा कॉर्पस भी तैयार करना चाहते हैं या अपने बच्चों का फ्यूचर प्लान करना चाहते हैं. ऐसे में जब आप अपनी इनकम और खर्च के बैलेंस को समझते हुए एसआईपी (Systematic Investment Plan) में गोल के हिसाब से निवेश करते हैं तो उन्हें पूरा करने में यह मददगार होता है. आपके पास उस समय तक पर्याप्त रकम होती है. म्युचूअल फंड्स में एसआईपी के जरिये निवेश आपको अच्छे रिटर्न देता है. 



देरी से निवेश शुरू करने पर रिटर्न पर ऐसे पड़ता है असर

अगर आप यह समझना चाहते हैं कि एसआईपी (SIP)में निवेश में देरी से रिटर्न कैसे प्रभावित होता है तो इसे एक कैलकुलेशन (SIP Calculation) से समझा जा सकता है. कोटक म्युचूअल फंड (kotak mf) के एसआईपी कैलकुलेटर (SIP Calculator) के मुताबिक, उदाहरण के लिए आप हर महीने 5000 रुपये एसआईपी में पांच साल तक के लिए निवेश कर सकते हैं, लेकिन इसकी शुरुआत आप आज नहीं, बल्कि 12 महीने यानी 1 साल बाद करते हैं तो इसका रिटर्न पर असर होता है.



कैलकुलेटर (SIP Calculator) के मुताबिक, अगर आप एसआईपी (Mutual Funds SIP) में हर महीने 5000 रुपये की एसआईपी में निवेश पांच साल के लिए एक महीने बाद से शुरू करते हैं तो आपको 12 प्रतिशत सालाना रिटर्न की दर से आपका कुल निवेश रकम 4,05,518 रुपये होता है, जिसमें एक महीने की देरी होने पर आपको 8,812 रुपये का नुकसान होता है. इसी तरह, अगर आप इसी निवेश की शुरुआत 12 महीने बाद (delay in SIP can impact return) करते हैं तो आपकी निवेश की रकम इसी अवधि के लिए 3,05,076 रुपये रह जाती है. ऐसे में आपके रिटर्न पर आपको 1,00,442 रुपये का नुकसान होता है.  

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