Retirement Planning: आपको सही रिटायरमेंट प्लान की पहचान करनी चाहिए और महंगाई से निपटने के लिए उसमें निवेश को शुरू कर देना चाहिए. कुछ रिटायरमेंट प्लान्स आपको रिटायरमेंट के बाद के लिए पर्याप्त पैसा जमा करने में मदद करते हैं.
रिटायरमेंट प्लानिंग हर व्यक्ति की फाइनेंशियल प्लानिंग का हिस्सा होना चाहिए. रिटायर होने के बाद, यह जरूरी हो जाता है कि आप अपने खुद के लिए और खुद पर निर्भर करने के लिए बचत करें. क्योंकि जब एक बार आप रिटायर हो जाते हैं, तो आपकी इनकम आनी बंद हो जाती है. अगर आपके पास कोई सेविंग्स या निवेश नहीं है, तो आपको मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है. इसके साथ अगर आप रिटायरमेंट कॉर्पस को सेविंग्स बैंक अकाउंट में जमा करते हैं, तो समय के साथ महंगाई की वजह से उसकी वैल्यू कम हो जाएगी.
इसलिए, आपको सही रिटायरमेंट प्लान की पहचान करनी चाहिए और महंगाई से निपटने के लिए उसमें निवेश को शुरू कर देना चाहिए. कुछ रिटायरमेंट प्लान्स आपको रिटायरमेंट के बाद के लिए पर्याप्त पैसा जमा करने में मदद करते हैं.
म्यूचुअल फंड्स
म्यूचुअल फंड्स अपनी रिटायरमेंट प्लान करके के लिए सबसे बेहतर निजी स्कीम्स में से एक है. इनमें आपको सालाना 12 से 15 फीसदी तक का रिटर्न मिल सकता है. इसके साथ जब आप लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, तो आपका कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा. क्योंकि रिटायरमेंट प्लानिंग लंबी अवधि को ध्यान में रखकर की जाती है, तो आप शुरुआत में इक्विटी फंड में जमकर निवेश करें और फिर डेट फंट में अपने निवेश को स्विच कर लें. इससे आप रिटायरमेंट तक बड़ी राशि को जमा कर सकेंगे.
नेशनल पेंशन सिस्टम
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) सरकारी स्कीम है, जिसका मकसद कामकाजी लोगों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध करना है. इस स्कीम में सार्वजनिक, सरकारी और निजी क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारी निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा जो लोग असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं, वे भी एनपीएस में पैसा लगा सकते हैं. इस स्कीम के तहत, कर्मचारी नियमित अंतराल पर पेंशन अकाउंट में निवेश करेंगे.
एक बार जब वे रिटायर हो जाते हैं, तो वे कॉर्पस की कुछ राशि को विद्ड्रॉ कर सकते हैं. जबकि, बाकी राशि का भुगतान मंथली पेंशन के तौर पर किया जाएगा. NPS में योगदान को इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 80C के तहत कवर किया जाता है और इसमें टैक्स बेनेफिट्स मिलते हैं.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सरकारी सेविंग्स स्कीम है, जो इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 80C के तहत कवर होती है. आप पीपीएफ में निवेश करके सालाना 46,800 रुपये टैक्स में बचा सकते हैं. आप इसमें एक साल में 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं और ये अकाउंट्स 15 साल के लॉक इन पीरियड के साथ आते हैं. पीपीएफ में निवेश अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग का एक अच्छा तरीका है, क्योंकि इसमें आकर्षक रिटर्न मिलता है.
नोट: म्यूचुअल फंड्स इन्वेस्टमेंट बाज़ार जोखिमों के अधीन हैं निवेश करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।