सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) पिछले कुछ समय में म्यूचुअल फंड निवेश का सबसे लोकप्रिय तरीका बनकर सामने आया है. जैसा नाम से पता चलता है कि SIP में व्यक्ति अपनी पसंद के म्यूचुअल फंड में अलग-अलग अवधि पर तय राशि का निवेश करता है. आप म्यूचुअल फंड अकाउंट को अपने बैंक अकाउंट के साथ लिंक कर सकते हैं, जिससे आपकी चुनी गई SIP में मंथली ट्रांसफर कर सकते हैं. निवेश का यह तरीका उन लोगों के लिए अच्छा ऑप्शन है, जिनके पास एकमुश्त राशि में निवेश करने के लिए बड़ी राशि नहीं है. ऐसी कई स्कीम्स मौजूद हैं, जिनमें निवेशक 500 रुपये से पैसा लगाना शुरू कर सकता है.
SIP में निवेश के क्या फायदे हैं?
SIP अपने पैसे लगाने के सबसे बेहतर विकल्पों में से एक है, क्योंकि इससे बाजार के क्रैश होने का जोखिम व्यक्ति पर कम होता है. जिन्होंने अभी निवेश की दुनिया में कदम रखा है, उनके लिए ये ऑप्शन काफी अच्छा है.
बिना किसी रूकावट के, हर महीने SIP के तहत, निवेशक छोटी राशि में पैसा डाल सकते हैं. व्यक्ति अपने बैंक अकाउंट से ऑटो-डेबिट के लिए फंड हाउस को स्टैंडिंग निर्देश भी दे सकता है.
SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा कंपाउंडिंग इंट्रस्ट है. इसके जरिए आपका रिटर्न मल्टीपलाई हो जाता है. यानी आप प्रिंसिपल अमाउंट पर उस राशि पर कमाए गए ब्याज पर ब्याज हासिल करते हैं. उदाहरण के लिए, अगर आप म्यूचुअल फंड में 10 फीसदी के रिटर्न की दर पर 1000 रुपये का निवेश करते हैं, तो एक साल के बाद कमाया गया ब्याज 100 रुपये होगा. अगले साल से आप 1,100 रुपये पर ब्याज कमाएंगे.
ऐसे बनें करोड़पति
अगर आप 20 सालों में SIP में निवेश के साथ करोड़पति बनना चाहते हैं, तो ऐसा एसआईपी में 5500 रुपये प्रति महीने का निवेश करके किया जा सकता है. आपको एसआईपी की राशि को हर साल 9 फीसदी बढ़ाना होगा. इससे आपको ज्यादा कॉर्पस बनाने में मदद मिलेगी.